किच्छा में भाजपा के भीतर दरार: पूर्व विधायक राजेश शुक्ला को कार्यक्रम से अलग रखने पर चर्चा तेज
रिपोर्टर गौरव गुप्ता।
किच्छा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी में चल रहा अंदरूनी विवाद एक बार फिर से खुलकर सामने आया है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि किच्छा में निकाय चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी में वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है।
बता दें कि किच्छा विधानसभा क्षेत्र में शनिवार 30 नवंबर को आयोजित होने वाले 51 निर्धन कन्याओं के सामुहिक विवाह कार्यक्रम के छपे निमंत्रण कार्ड और किच्छा शहर में लगे बडे-बड़े फ्लैक्स बोर्ड से भाजपा के दिग्गज नेता एवं किच्छा विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे राजेश शुक्ला का नाम और फोटो दोनों गायब है। जिसको लेकर किच्छा विधानसभा क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म हो गया है।
वही किच्छा में अमर ज्योति सेवा के तत्वधान में आयोजित इस कार्यक्रम के संयोजक भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष श्रीकांत राठौर हैं। इस कार्यक्रम में सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केन्द्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू से लेकर किच्छा के कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ सहित कई कैबिनेट मंत्रियों को बुलाया गया है। लेकिन किच्छा विधानसभा क्षेत्र के दिग्गज भाजपा नेता एंव पूर्व विधायक राजेश शुक्ला को इस कार्यक्रम से दूर रखा गया है। जिससे किच्छा विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की आपसी कलह एकदम खुलकर सामने आ गई है।
फिलहाल भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्रीकांत राठौर की देखरेख में आयोजित इस कार्यक्रम से पूर्व विधायक राजेश शुक्ला को दूर रखे जाने को लेकर शहर भर में चर्चाओं का दौर जारी है। ऐसा लगता है कि किच्छा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला अपनी ही विधानसभा क्षेत्र में बेगाने बनते जा रहे है यहा फिर क्षेत्र में वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है। फिलहाल जो भी लेकिन उक्त मामले को लेकर शहर में चर्चा बाजार गर्म है।